अंर्तराष्ट्रीय ठगी के कॉल सेन्टर का राज्य सायबर सेल ने किया पर्दाफाश :-
1. इंदौर म.प्र से कॉल पर ठग रहे अमेरिका के नागरिकों को
2. सोशल सिक्यूरिटी नम्बर के आधार पर पाई गई अवैधानिक गतिविधियॉं जैसे ड्रग, ट्रेफिकिंग आदि के नाम से डराकर करते थे वसूली ।
3. विगत लगभग एक वर्ष से उक्त काल सेन्टर को उसके मालिक जावेद ने चलाना बताया है ।
4. स्वयं आठवी पास होकर विगत दो वर्ष से इसी तरह ठगी की वारदातों को दे रहा था अंजाम।
5. सायबर सेल के हत्थे चडे जावेद ,शाहरूख आदि सहित 80 कार्लस ।
6. इनमे 19 युवतियां भी शामिल ।
7. अधिकांश युवक युवतियां पूर्व में भी इस तरह के कॉल सेन्टर में नोएडा, गोवा व महाराष्ट्र में कर चुके हैं काम।
8. यूवक-यूवतियों में अधिकांष उत्तर पूर्व के नागालैंड, मेघालय, मुम्बई, अहमदाबाद व पंजाब के रहने वाले है।।
9. ठगी से रोजाना 3000 से 5000 डॉलर की कमाई कर रहे थे ठग ।
10. अमेरिका की बिजिलेंस एजेंसी के नाम से धमकाते थे ।
11. अमेरिका के नम्बरों से कॉल करने के लिए उपयोग करते है डीआईडी (डायरेक्ट इंटरनेषनल डायलिंग) व मैजिकर्जेक (उंहपब रंबा) जैसी तकनीक।
12. ठगों के पास अमेरिका के दस लाख से भी अधिक नागरिकों का डाटावेस मौजूद ।
13. गिफ्ट कार्ड बायर ट्रांसफर ,बिटकाइन व अमेरिका स्थित खातों में लेते थे ठगी का पैसा ।
14. 40 प्रतिशत काटकर हवाला से शेष 60 प्रतिषत हिस्सा प्राप्त होता था ठगों को
विशेष पुलिस महानिदेशक राज्य सायबर सेल/ एसटीएफ श्री पुरूषोत्तम शर्मा ने बताया कि विगत दिनों सायबर सेल के सभी जोनल यूनिटों को सायबर सेन्टर में चल रही अवैध गतिविधयों पर अंकुश लगाने व कार्यवाही करने के निर्देष दिये गये थे। इसी तारतम्य में सायबर सेल जोनल कार्यालय ने एक बडी कार्यवाही में अंर्तराष्ट्रीय ठगी कर कॉल सेन्टर का पर्दाफाश किया है।
सायबर सेल जोनल कार्यालय के निरीक्षक राशिद अहमद को जरिये मुखबीर सूचना प्राप्त हुई थी की महाराष्ट्र गुजरात व दिल्ली से आकर कुछ लोग इंदौर में अवैध कॉल सेन्टर चला रहे हैं जहॉं से अमेरिका के नागरिकों को कॉल करके उनसे उनके सोषल सिक्यूरिटी नम्बरों का अवैध गतिविधयां जैसे मनीलाड्रिंग व ड्रग, ट्रेफिकिंग में शामिल होना पाया जाता है व फिर इसी बात पर उन्हें डराकर उनसे 50 डालर से लेकर 5000 डालर तक की राषि विभिन्न माध्यमों से वसूली जा रही थी। उक्त सूचना की तस्दीक करते सही पाई गई इस पर विशेष पुलिस महानिदेशक श्री पुरूषोत्तम शर्मा एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री राजेश गुप्ता द्वारा पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह को कार्यावाही बावत् निर्देशित किया गया।
चूंकि सूचना की तस्दीक अनुसार जावेद, राहिल अब्बासी, सन्नी चौहान, शाहरूख, केवल संधू आदि द्वारा सम्मलित रूप से दो अलग-अलग जगह कॉल सेन्टर चलाना पाया गया था अतः दो टीमें बनाई गई जिसमें निरीक्षक राशिद अहमद, उपनिरीक्षक आमोद राठौर, विनोद राठौर, संजय चौधरी, रीना चौहान पूजा मूवेल, अम्बाराम, प्र0आर0 प्रभाकर महाजन, आर0 राकेश, रमेश, विजय, विक्रात, आनंद, दिनेश व राहुल शामिल रहे, दोनों ठिकानों पर दबिश दी जहां पर काम करते 61 लडके व 19 लडकियां पाई गई जिनमें जावेद, भाविल व शाहरूख भी शामिल थे सन्नी व शाहरूख का अहमदाबाद जाना पाया गया।
मौके से ठगी में प्रयोग किये जा रहे 60 कम्यूटर, 70 मोबाइल फोन, सर्वर व मैजिकर्जेक जैसे अन्य गैजेट्स व करीब 5 लाख से अधिक यू.एस.ए. के नागरिकों का डाटा मौजूद पाया गया, जिन्हें जप्त किया गया। पकडे गये आरोपियों से हवाला से प्राप्त होने वाले पैसे का माध्यम अन्य लोगों की संलिप्तता, उक्त स्थानों पर इस तरह की गतिविधि संचालित कर रहे अन्य साथीदारान व अब तक कमाये गये अवैध लाभ के संबध में कडाई से पूछताछ की जा रही है। उपरोक्त पर से अपराध क्रमांक 105/19 धारा 468, 467, 471, 420,120 बी, भा.द.वि. एवं 66 डी आई.टी. एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
Great work sir..
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