महिलाओं को आसान शिकार मानते हैं साइबर अपराधी
#CyberCrime #CyberSecurity #CyberWelfare #Infosec #CyberAwareness
महिलाओं को आसान शिकार मानते हैं साइबर अपराधी, साइबर जागरूकता इसलिए जरुरी है .आजकल हर हाथ में स्मार्ट फ़ोन है इंटरनेट डेटा पैक और फ्री वाई फाई क जरिये हर कोई इंटरनेट से जुड़ा हुआ हे मगर साइबर अपराध क प्रति जागरूक नहीं है
, साइबर वेलफेयर सोसाइटी द्वारा महिलायों , युवाओं एवं बुजुर्गो को साइबर सुरक्षा क प्रति जागरूक किया जायेगा एवं उनकी ऑनलाइन मदद की जाएगी .खासतौर पर महिलाएं इस वर्चुअल वर्ल्ड में दुर्भावनापूर्ण अपराधों की लगातार शिकार हो रही हैं। वास्तव में, भारत में कुछ खास तरह के साइबर क्राइम महिलाओं एवं युवाओं पर ही अंजाम दिए जाते हैं। यह एक बेहद ख़राब स्थिति है। हालांकि साइबर सुरक्षा एजेंसियां तेजी से बढ़ते इन अपराधों को रोकने और अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने की हर संभव कोशिश कर रही हैं।इन हालात का प्रभावी तरीके से मुकाबला करने के लिए जरूरी है साइबर जागरूकता। महिलाओं के बीच उन अपराधों और आपराधिक तरीकों को लेकर साइबर जागरूकता फैलाने की जरूरत है।वरिष्ठ नागरिकों को जागरूक बनाने की जरूरत है।
सोशल नेटववर्किंग साइट फेसबुक पर आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों द्वारा किए जाने वाले कमेंट्स और तस्वीरों को बड़ी असानी से लाइक और शेयर करते हैं। लेकिन आपके इन लाइक्स और शेयर का कुछ लोग गलत फायदा उठा रहे हैं जो आपके लिए खतरनाक हो सकता है। सोशल नेटवर्किंग साइट पर आप जिन पोस्ट और तस्वीरों को लाइक और शेयर करते हैं उन पर कुछ हैकर्स की नजर रहती है। यह हैकर्स आपने जिस तस्वीर या पोस्ट का लाइक या शेयर किया है उसे बदल कर आपत्तिजनक कंटेट डाल देते हैं जिससे महिलाओं की बदनामी होती है
महिलाएं एवं युवा ऐसे रहें साइबर स्पेस में सुरक्षित
1. महिलाओं को उस शख्स की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करना चाहिए, जिन्हें वे जानती नहीं हैं।
2. असल दुनिया में जिसे आप जानते हैं और विश्वास करते हैं, उन्हें ही वर्चुअल वर्ल्ड मेंं फ्रेंड बनाएं। इंटरनेट या साइबर स्पेस पर किसी भी स्थिति में अपनी निजी जानकारी या तस्वीरें शेयर नहीं करना चाहिए।अक्सर ये गलती नयी उम्र की लड़कियां करदेती है .
3. सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं को खासतौर पर सावधान रहना चाहिए कि कहीं किसी तरह का कैमरा या ऑडियो रिकॉर्डिंग डिवाइस तो नहीं है? अवांछित और बार-बार के एसएमएस, ईमेल, कॉल्स, फ्रैंड रिक्वेस्ट को लेकर भी उन्हें खुद को बचाना चाहिए। मोबाइल नंबर की भी सुरक्षा करनी चाहिए .
4. जरूरत पड़ने पर उन्हें किसी साइबर सुरक्षा जानकार व्यक्ति या सुरक्षा एजेंसी को इसकी जानकारी देना चाहिए। पुलिस और साइबर सुरक्षा एजेसियां आपकी सेवा के लिए हैं। यह उनका दायित्व है कि वे सुरक्षा संबंधी आपकी समस्याओं का हल करें।
साइबर सुरक्षा सलाहकार श्री शकील अंजुम का कहना है कि किसी देश की सुरक्षा के संदर्भ में साइबर सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है।
समाज के सभी वर्गों को साइबर क्राइम के जोखिम को समझने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही इससे बचने के उपाय भी करना चाहिए। केवल तभी वे इस बड़े खतरे से खुद को बचा पाएंगे .
Comments
Post a Comment